- हरियाणा पर्यटन विभाग की ओर से लगने वाले 38वें सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले की तैयारी शुरू कर दी गई है। नए वर्ष में सात फरवरी, शुक्रवार से शुरू होकर यह मेला 23 फरवरी रविवार तक चलेगा।
सुरजकुंड मेला, जो हर साल हरियाणा के फरीदाबाद जिले के सुरजकुंड गांव में आयोजित होता है, विश्वभर से कलाकारों, शिल्पकारों और कारीगरों को एक मंच पर लाता है। यह मेला न केवल भारत के विभिन्न हिस्सों से बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर से भी पर्यटकों को आकर्षित करता है।
दिल्ली मेट्रो के साथ इस साझेदारी से सुरजकुंड मेला तक पहुंचना अब और भी आसान होगा। मेट्रो मार्गों के माध्यम से पर्यटक मेला स्थल तक सीधे पहुंच सकेंगे, जिससे उन्हें ट्रैफिक जाम और पार्किंग की समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा। इसके साथ ही मेट्रो स्टेशनों पर सुरजकुंड मेले के प्रचार सामग्री और संकेतकों की व्यवस्था की जाएगी, ताकि मेले के बारे में अधिक से अधिक लोगों को जानकारी मिल सके।
*30 से 40 शिल्पियों को मिलेगा मौका*
हम हर बार मेले में अलग-अलग के शिल्पियों को स्टॉल उपलब्ध करवाते हैं। इस बार नए वर्ष में 30 से 40 शिल्पियों को मौका दिया जाएगा। हरियाणा के 10 और बाकी स्टाल राजस्थान, पंजाब, हिमाचल और पश्चिम बंगाल के शिल्पियों को दिए जाएंगे।
हरियाणा पर्यटन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि यह साझेदारी मेले के आयोजकों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, क्योंकि इससे मेले की दृश्यता बढ़ेगी और पर्यटकों को आने-जाने में सुविधाएं मिलेंगी। दिल्ली मेट्रो के सीईओ ने भी इस साझेदारी का स्वागत करते हुए कहा कि यह कदम दिल्ली और हरियाणा के बीच पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक शानदार अवसर है।
इसके अतिरिक्त, मेट्रो स्टेशन और अन्य प्रमुख सार्वजनिक स्थानों पर सुरजकुंड मेला के बारे में प्रचार किया जाएगा, ताकि पर्यटक मेला का सही समय और स्थान जान सकें। दिल्ली मेट्रो की विश्वसनीयता और समय पर सेवा इसे एक आदर्श माध्यम बनाती है, जिससे सुरजकुंड मेला तक पहुंचने का अनुभव और भी सुविधाजनक हो जाएगा।
इस साझेदारी से सुरजकुंड मेला को न केवल बेहतर लोकप्रसिद्धि मिलेगी, बल्कि दिल्ली और एनसीआर के आसपास के क्षेत्रों से पर्यटकों का आगमन भी बढ़ेगा, जो राज्य के पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण है।